मितवा समिति एवम दुर्गा महाविद्यालय के संयुक्त तत्वाधान में ट्रांसजेंडर समुदाय पर दक्षता वृद्धि कार्यशाला

मितवा समिति एवम दुर्गा महाविद्यालय के संयुक्त तत्वाधान में ट्रांसजेंडर समुदाय पर दक्षता वृद्धि कार्यशाला

मितवा समिति तथा दुर्गा महाविद्यालय के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित

ट्रांसजेंडर के कानूनी प्रावधानों के साथ वैज्ञानिक तथ्यों पर जागरूकता

रायपुर. राष्ट्रीय रक्षा संस्थान भारत सरकार के सहयोग से छत्तीसगढ़ मितवा संकल्प समिति द्वारा राष्ट्रीय सेवा योजना दुर्गा महाविद्यालय के समन्वय से तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्देश्य तृतीय लिंग समुदाय के मुद्दे तथा उभयलिंगी व्यक्ति ( अधिकारों का संरक्षण) कानून 2019 के प्रावधानों पर जागरूकता तथा दक्षता वृद्धि करना है। कार्यक्रम में दुर्गा महाविद्यालय के , महंत महाविद्यालय, अग्रसेन महाविद्यालय के छात्र छात्राओं के साथ तृतीय लिंग समुदाय के व्यक्ति भी सम्मिलित हो रहे हैं. कार्यशाला का प्रारंभ दुर्गा महाविद्यालय के सहायक प्राध्यापक व एनएसएस अधिकारी- सुनीता चंसोरिया के अतिथि उद्बोधन से हुआ।. संस्था के अध्यक्ष विद्या राजपूत ने कार्यशाला के उद्देश्यों के बारे में प्रतिभागियों को अवगत कराया. कार्यशाला के पहले दिन राष्ट्रीय ट्रांसजेंडर परिषद के विशेषज्ञ रवीना बरिहा द्वारा जेंडर, सेक्स और सेक्सुअलिटी के विभिन्न आयामों पर जानकारी प्रदान की गई. पावरप्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से समाज के जेंडर संरचना के बारे में बताया गया। ट्रांसजेंडर की परिभाषा के साथ-साथ एलजीबीटी से जुड़े भ्रांतियां को दूर किया. कार्यशाला के दूसरे पड़ाव में सबुरी यादव द्वारा अपने जीवन यात्रा के माध्यम से ट्रांसजेंडर समुदाय के परेशानियों और संघर्षों को अवगत कराया गया.
कार्यशाला के दूसरे दिन रवीना बरिहा ने तृतीय लिंग समुदाय के ऐतिहासिक पृष्ठभूमि पर बात करते हुए प्राचीन भारत से आधुनिक भारत के इतिहास में ट्रांसजेंडरों के उपलब्धियां की जानकारी दी. इसके साथ ही माननीय सर्वोच्च न्यायालय के निर्देशों से भी प्रतिभागियों को अवगत कराया. भारत सरकार के कानून उभयलिंगी व्यक्ति ,(अधिकारों के संरक्षण के सभी प्रावधानों पर बिंदुवार चर्चा की गई. संस्था के अध्यक्ष विद्या राजपूत छत्तीसगढ सरकार द्वारा ट्रांसजेंडर समुदाय के कल्याण के लिए जारी सरकारी आदेशों के बारे में जानकारी प्रदान की। कार्यशाला के अंत में सभी प्रतिभागियों के प्रश्नों का उत्तर दिया गया. कार्यालय की तीसरे दिन श्री गोविंद साडेकर तथा पापी देवनाथ जी का सत्र रखा गया है जिसमें वह ट्रांसमेन समुदाय के मुद्दों के बारे में चर्चा करेंगे। गोविंद संडे का द्वारा समुदाय में एचआईवी एड्स के खतरों से प्रतिभागियों को अवगत कराया जाएगा। कल प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन होगा।

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