रायपुर न्यूज/ इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर में दानवीर दाऊ कल्याण सिंह की 133वीं जयंती मनायी गई, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल ने कहा कि दाऊ कल्याण सिंह ने जो बीज बोया था वह आज फल-फूल रहा है, उनके सपनों को साकार किया है। उन्होंने भाटापारा के प्रक्षेत्र से बीज उत्पादन के नये आयामों की जानकारी दी तथा इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर और दाऊ कल्याण सिंह कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केन्द्र, भाटापारा से प्रावीण्य सूची में प्रथम आने वाले विद्यार्थी को दाऊ कल्याण सिंह के नाम से स्वर्ण पदक देने की घोषणा की। इस अवसर पर संचालक अनुसंधान डॉ. पी.के. चन्द्राकर, निदेशक विस्तार डॉ. आर.के. बाजपेयी, कृषि माविद्यालय, रायपुर के अधिष्ठाता डॉ. एम.पी. ठाकुर, कृषि अभियांत्रिकी संकाय के अधिष्ठाता डॉ. विनय पाण्डेय और कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केन्द्र भाटापारा के अधिष्ठाता डॉ. राजेन्द्र लाकपाले, छत्तीसगढ़ अग्रवाल समाज के अध्यक्ष डॉ. व्ही.के. अग्रवाल सहित विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष, प्राध्यापक, वैज्ञनिक एवं बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं तथा गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
कार्यक्रम के प्रारंभ में छत्तीसगढ़ अग्रवाल समाज के अध्यक्ष अजय दानी ने कहा कि दाऊ कल्याण सिंह ने 100 करोड़ से अधिक मुल्य की सम्पत्ति दान में दी थी। इसके अलावा 144 से अधिक गांवों को जनहित में दान दिया था। उन्होंने बताया कि सन 1921 में अकाल के समय भाटापारा में बड़े जलाशय का निर्माण कराया था जिसे आज कल्याण सागर जलाशय के नाम से जाना जाता है। इस अवसर पर समाजसेवी अशोक अग्रवाल (दाऊ जी के वंशज) ने भी विचार व्यक्त किये। कृषि महाविद्यालय रायपुर के अधिष्ठाता डॉ. एम.पी. ठाकुर ने कहा कि भाटापारा में दाऊ कल्याण सिंह ने 1 लाख 12 हजार रूपये की राशि दान में दी थी। कार्यक्रम के अंत में अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉ. (मेजर) जी.के. श्रीवास्तव ने आभार प्रर्दशन किया।