राष्ट्रीय चांवल अनुसंधान कटक व कृषि विज्ञान केन्द्र अंजोरा का संयुक्त तत्वधान में संगोष्ठी

राष्ट्रीय चांवल अनुसंधान कटक व कृषि विज्ञान केन्द्र अंजोरा का संयुक्त तत्वधान में संगोष्ठी

रायपुर न्यूज/कृषि विज्ञान केन्द्र अंजोरा व भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के अन्तर्गत राष्ट्रीय चांवल अनुसंधान संस्थान कटक ओड़ीसा एवम प्रगतिशील धान उत्पादक कृषक अशोक चौधरी के संयुक्त तत्वावधान में खरीफ फसल 2022 के लिए छत्तीसगढ़ राज्य में धान की नई तथा उन्नत किस्मों का प्रक्षेत्र प्रदर्शन के उद्देश्य से किसानों व वैज्ञानिकों का विचार विनिमय एवं प्रतिपुष्टि आदान प्रदान संगोष्ठी का आयोजन दुर्ग ग्रामीण के समीपस्थ गांव आमटी में किया गया , जिसमें बड़ी संख्या में क्षेत्र के उन्नतशील धान उत्पादक कृषको ने भाग लेकर आयोजन को सफल बनाया।

भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद का एकमात्र , राष्ट्रीय चांवल अनुसंधान संस्थान कटक उड़ीसा द्वारा , धान उत्पादन के लिए उपयुक्त जलवायु व वर्षाश्रित वाले उत्पादित राज्य , असम , पश्चिम बंगाल , उड़ीसा , छत्तीसगढ़ , मध्यप्रदेश एवं महाराष्ट्र के कुछ जिलों में , जहां मुख्य रूप से धान के रिकॉर्ड उत्पादन में अग्रणी स्थान रखते हैं , इन राज्यों के लिए कृषकों के मांग के अनुरूप धान की नई व उन्नत किस्मों का प्रक्षेत्र प्रदर्शन का आयोजन खरीफ़ फसल की तैयारी के पूर्व किया जाता है , इसी क्रम में क्षेत्र के धान उत्पादक , उन्नतशील कृषकों व राष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान कटक उड़ीसा के कृषि वैज्ञानिकों का विचार मंथन , विनिमय एवं प्रतिपुष्टि आदान-प्रदान संगोष्ठी का आयोजन क्षेत्र के उन्नतशील कृषक अशोक चौधरी के सहयोग से किया गया , जिन्होंने 2019 से लेकर अब तक 10 विभिन्न उन्नत किस्मों के धान की खेती व किसानों को प्रेरित करने सफल प्रदर्शन कर चुके हैं।

इस संगोष्ठी के माध्यम से कृषि वैज्ञानिक , कृषकों से सीधे संवाद करके धान की विकसित नई किस्मों के बारे में जानकारियों का आदान प्रदान कर , धान की उन्नत किस्मों के लाभ व उत्पादन में आ रही दिक्कतों के बारे में जानकारी प्राप्त कर , विकसित की जाने वाले नई किस्मों में सुधार करने के साथ , चावल अनुसंधान के माध्यम से हमारे राष्ट्र की स्थायी खाद्य और पोषण सुरक्षा तथा समान समृद्धि सुनिश्चित करने के लिए लाभप्रदता और स्थिरता को बढ़ाने के लिए पर्यावरण के अनुकूल तकनीकों का विकास और प्रसार करना है।

सभी चावल हितधारकों को एक मंच प्रदान कर , सतत विकास लक्ष्य और भारत में चावल की खेती को बनाए रखने के उद्देश्य से कटक उड़ीसा के सीनियर साइंटिस्ट डॉ विश्वजीत मण्डल व सीनियर साइंटिस्ट डॉ नीति प्रसाद जंभुलकर , कृषि विज्ञान केंद्र अंजोरा से वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ एस के थापक ने बडी संख्या में उपस्थित क्षेत्र के कृषकों का मार्गदर्शन किया।

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